ट्रेन का आविष्कार किसने किया? | Train ka Avishkar kisne kiya

आज के आर्टिकल में हम आपको बताएंगे की ट्रेन का आविष्कार किसने किया (Train ka Avishkar kisne kiya) विश्व में प्रतिवर्ष अरबों करोड़ों लोग अपने सफर के लिए ट्रेन का इस्तेमाल करते हैं, रेलगाड़ी तेज रफ्तार व छोटी और लंबी यात्रा के लिए विश्व भर में यातायात का एक अहम हिस्सा बन गया है, आप हम लगभग सभी लोगों ने ट्रेन का सफर किया ही होगा क्योंकि रेलगाड़ी सफर के लिए बहुत ही आरामदायक ही नहीं बल्कि इसका खर्च बाकी साधनों जैसे हवाई जहाज, कार आदि के खर्च से बहुत कम होता है।

वर्तमान समय में हर दिन लाखों-करोड़ों लोग रेलगाड़ी का इस्तेमाल अपने ऑफिस, घर, गांव, शहर या फिर पर्यटन क्षेत्रों में जाने के लिए करते हैं। इसके अलावा भी रेलगाड़ी का इस्तेमाल करोड़ों टन माल को किसी एक देश से दूसरे देश या फिर किसी एक राज्य से दूसरे राज्य तक पहुंचाने के लिए भी किया जाता है।

Train ka Avishkar kisne kiya
Train ka Avishkar kisne kiya

रेलगाड़ी भारत देश का एक अभिन्न अंग है और साथ ही हमारे रोज के सफर के लिए बहुत उपयोगी भी है, पहले के रेलवे और अब के रेलवे नेटवर्क में बहुत ही अंतर आ गया है, पहले के समय सिर्फ सामान्य ट्रेनें ही हुआ करती थी लेकिन आज के समय मेट्रो ट्रेन व बुलेट ट्रेन भी देश-विदेश में आ गई है जो कि लगभग 500 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलती है।

अमेरिका जैसे विकसित देश में 80 फ़ीसदी से भी अधिक रेलवे लाइन का प्रयोग सिर्फ माल ढोने के लिए किया जाता है, ऐसे में भारत जैसे विकासशील देश के लिए रेलगाड़ी किसी वरदान से कम नहीं है। आपको बता दें पूरे विश्व में भारतीय रेलवे नेटवर्क चौथे स्थान पर है। जब कभी भी आपने पहली बार रेलगाड़ी में सफर किया होगा तो आपके मन में यह सवाल जरूर आया होगा कि आखिर ट्रेन का आविष्कार किसने किया (Train ka Avishkar kisne kiya) या फिर ट्रेन को कब और कैसे बनाया?

ट्रेन का आविष्कार किसने किया? | Train ka Avishkar kisne kiya

विश्व में सर्वप्रथम भाप जैसे ईंधन से चलने वाली रेलगाड़ी का आविष्कार रिचर्ड ट्रेविथिक (Richard Trevithick) ने 21 फरवरी 1804 में किया था,  रिचर्ड ट्रेविथिक यूनाइटेड किंगडम के नागरिक और पेशे से इंजीनियर थे। इंजन के आविष्कार के बाद इसका प्रयोग भी किया गया लेकिन कुछ कारणों की वजह से इंजन सफल नहीं हो पाया, परंतु इनके इस अविष्कार को देखकर ऐसे कई इंजीनियर थे जोकि बहुत प्रेरित हुए और ट्रेन बनाने के कार्य में लग गए।

कुछ समय बाद इंग्लैंड के ही एक इंजीनियर थे जिनका नाम जॉर्ज स्टीफेन्सन् (George Stephenson) था, इन्होंने 27 सितंबर 1825 में विश्व की पहली ट्रेन का आविष्कार किया जिसका नाम ‘लोकोमोशन’ था, और इनके द्वारा बनाए गई ट्रेन की गति 24 किलोमीटर प्रति घंटा थी और पहली बार इस ट्रेन को इंग्लैंड में Stockton to Darlington तक चलाया गया था जिसमें कुल 450 यात्रियों के के साथ इस सफल ट्रेन का परीक्षण किया था।

George Stephenson अपनी इस सफलता से बहुत प्रेरित हुए और फिर उन्होंने लिवरपूल से मैनचेस्टर तक 64 किलोमीटर लंबी रेल लाइन भी बनाई और यह दुनिया की पहली इंटरसिटी रेलवे भी थी, जो कि 18 सितंबर 1830 में शुरू की गई।

सन् 1829 में इंग्लैंड में एक लोकोमोटिव प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमें George Stephenson ने अपनी दूसरी रेल इंजन ‘रॉकेट’ के साथ भाग लिया, इस स्ट्रीम रेल इंजन की रफ्तार 58 किलोमीटर प्रति घंटा थी और इसे दौड़ाकर उन्होंने प्रतियोगिता में पहला स्थान भी हासिल किया।

रेलगाड़ी का इतिहास

रेलगाड़ी के इतिहास की बात करें तो सबसे पहले इंग्लैंड में सन् 1804 में Richard Trivithik ने रेलगाड़ी को बनाने की शुरुआत की थी। इसके बाद सन् 1825 में George Stephenson ने भात यानी स्ट्रीम इंजन का निर्माण किया जो कि बहुत सफल साबित हुआ, और इसीलिए इन्हें रेलगाड़ी का जनक भी माना जाता है।

सन् 1837 तक सभी ट्रेन स्ट्रीम इंजन से चलती थी और उसके इंजन में कोयले का इस्तेमाल किया जाता था। इसके बाद सन् 1937 में रॉबर्ट डेविडसन (Robert Davidson) के द्वारा बिजली से चलने वाले इंजन की शुरुआत स्कॉटलैंड के रसायनज्ञ से हुई। सन् 1912 में विश्व की पहली डीजल से चलने वाले ट्रेन की शुरुआत स्विजरलैंड में की गई जिस की अधिकतम गति 100 किलोमीटर प्रति घंटा थी।

आधुनिक समय से लेकर वर्तमान समय में ट्रेन के इतिहास में बहुत ही बदलाव आया है पहले के समय ट्रेन 24 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से चलती थी तो वहीं आज ट्रेन 500 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से चलती है और इन सभी बातों का श्रेय उन सभी इंजीनियरों को जाता है।

भारत में ट्रेन का इतिहास

हिंदुस्तान में बहुत से लोगों ने राज किया, जिस समय ट्रेन का आविष्कार हुआ उस वक्त भारत में अंग्रेजों का शासन चल रहा था, ट्रेन का निर्माण इंग्लैंड देश में होने के कारण अंग्रेजों ने रेलवे का आयोजन भारत देश में ही किया। लेकिन जब भारत देश 1947 में अंग्रेजी शासन से आजाद हुआ तब अंग्रेजों को भारत छोड़कर जाना पड़ा और फिर उनके जाने के बाद उनका रेलवे नेटवर्क भारत को सौगात के रूप में मिल गया और आज हम अंग्रेजों के दिए रेलवे नेटवर्क का इस्तेमाल कर रहे हैं।

इसके बाद 16 अप्रैल 1853 शनिवार को भारत की सबसे पहली रेलवे लाइन का उद्घाटन हुआ जिसे मुंबई से ठाणे तक चलाया गया और इसे 21 तोपों की सलामी भी मिली, इस ट्रेन में उस समय लगभग 400 लोगों ने सफर किया और यह रेलवे लाइन 21 मील लंबी थी। इस रेलवे लाइन को बोरीबंदर से 3:30 बजे दो इंजनों के द्वारा खींचा गया।

उस वक्त मुंबई से ठाणे तक का सफर करने के लिए मात्र ₹2 किराया लगता था, इसके बाद ट्रेनों की बहुत सी श्रेणियां बनाई गई और इसका किराया ₹2 से बढ़ाकर ₹3 कर दिया गया। भारत देश में रेलवे लाइन का नेटवर्क बहुत तेजी से बड़ा और सन् 1880 तक भारतीय रेल प्रणाली 9000 मील तक पहुंच गई।

ट्रेन से जुड़ी कुछ अन्य बातें

  •  रिचर्ड ट्रेविथिक और जार्ज स्टीफेन्सन दोनों के ट्रेन निर्माण करने का मुख्य उद्देश्य कोयले की खान से कोयले को लोहे की ढलाई करने वाले कारखाने तक पहुंचाना था।
  •  सन् 1832 में रेलरोड स्विच का निर्माण किया गया, जिसे अंग्रेज के सिविल इंजीनियर सर चार्ल्स डेविडसन ने किया था।
  •  विश्व का सबसे पुराना वोल्क इलेक्ट्रिक रेलवे इंग्लैंड के ब्राइटन शहर में स्थित है जिसकी शुरुआत साल 1883 में हुई थी और इसका परिचालन आज के समय भी किया जा रहा है।
  • साल 1964 में दुनिया की सबसे पहली तेज गति की ट्रेन की शुरुआत जापान देश के टोक्यो शहर से ओसाका शहर के बीच हुई, इसकी अधिकतम गति 164 किलोमीटर प्रति घंटा थी।
  • विश्व का पहला रेलवे स्केर्न ब्रिज इंग्लैंड के दार्जिलिंग शहर में स्थित है।
  • जॉर्ज वॉशिंगटन ने साल 1972 में ट्रेन में लगने वाले एयर ब्रेक सिस्टम का निर्माण किया।
  • आज के समय में विश्व की सबसे तेज गति से चलने वाली ट्रेन का नाम शंघाई मैग्लेव है इसकी अधिकतम गति 431 किलोमीटर प्रति घंटा है जो कि चीन देश के शंघाई शहर में चलती है।
  • यीवू-मैड्रिड रेलवे लाइन विश्व की सबसे लंबी रेलवे लाइन है, जिसकी लंबाई 13,000 किमी है जो कि चीन देश के यीवू और स्पेन देश के मैडिड्र शहर के बीच स्थित है।
  • विश्व का सबसे लंबा रेलवे नेटवर्क अमेरिका का है जिसकी लंबाई 2,50,000 किमी. है।
  • भारतीय रेलवे लाइन 67,368 किमी. है, भारत के पास 9,141 माल ट्रेन और 13,452 यात्री ट्रेन है।
  • विश्व का सबसे बड़ा प्लेटफार्म, भारत के यूपी राज्य के गोरखपुर स्टेशन में स्थित है, जिसकी लंबाई 4,430 फिट है।
  • भारत की सबसे तेज चलने वाली ट्रेन ‘ वंदे भारत एक्सप्रेस’ है, इस ट्रेन की गति 180 किलोमीटर प्रति घंटे है, दूसरी सबसे तेज चलने वाली ट्रेन ‘गतिमान एक्सप्रेस’ है और इसकी रफ्तार 160 किलोमीटर प्रति घंटा है।
  • विश्व का सबसे लंबा रेलवे सुरंग ‘गोथार्ड टनल’ है जो कि स्विजरलैंड में स्थित है और भारत का सबसे लंबा रेलवे सुरंग ‘ पीर पंजाल रेलवे टनल’ है जो कि जम्मू कश्मीर में स्थित है, इस सुरंग की लंबाई 11,315 किमी. है।
  • साल 1843 में विश्व की अंतर्राष्ट्रीय रेलवे लाइन बेल्जियम और जर्मनी के बीच बनाई गई। ये रेल लाइन बेल्जियम के ब्रुसेल्स शहर को जर्मनी के कोलोन शहर से जोड़ती थी।

विश्व की सबसे लंबी ट्रेन कौन सी है

आज हम आपको अपने लेख में विश्व की कुछ लंबी ट्रेनों का नाम बताएंगे, विश्व की कुछ लंबी ट्रेनों का नाम निम्न प्रकार से है:

  1. AAR Standard S-400, USA
  2. BHP Billitron Iron Ore Train, Australia
  3. Rio Tinto Railway Services, Australia
  4. Carajas Railway Freight Trains, Brazil
  5. Double Stack Container Trains, Canada

विश्व की सबसे तेज रफ्तार वाली ट्रेनों का नाम

आज के समय में ऐसी बहुत सी ट्रेन हो गई है जिसकी रफ्तार 300 से 400 किलोमीटर प्रति घंटा है आज हम आपको विश्व की कुछ तेज रफ्तार वाली ट्रेनों का नाम बता रहे हैं:

  1. THSR 700T, Taiwan
  2. Shanghai Maglev, China
  3. Siemens Velaro E / AVS 103, Spain
  4. E5 Series Shinkansen Hayabusa, Japan
  5. ETR 500 Frenchiraso Train, Italy
  6. TGV Double Decker, France
  7. Alstom Euroduplex, France
  8. Telgo 350 (T350), Spain
  9. Siemens Velaro E / AVS 103, Spain
  10. AGV Italo, Italy

ट्रेन के बारे में कुछ प्रश्न और उत्तर

1. ट्रेन का आविष्कार किसने किया?

George Stephenson और Richard Triviethik

2. बुलेट ट्रेन का आविष्कार किसने किया?

सन् 1998 में जापान के इंजीनियर शिमा हिडिओ ने किया।

3. भारत में मेट्रो ट्रेन की शुरुआत कब हुई?

सन् 1984 में कोलकाता शहर में हुई।

4. भारत में विद्युत् ट्रेन की शुरुआत कब हुई?

3 फरवरी 1925 में हुई।

5. भारत में रेलवे लाइन का उद्घाटन कब किया गया?

16 अप्रैल 1853 में किया गया।

निष्कर्ष

आज के समय भारत में 65% से भी ज्यादा लोग रोज के सफर के लिए ट्रेन का इस्तेमाल करते हैं, ट्रेन से सफर करना हमारे लिए बहुत ही लाभदायक है जैसे कि ट्रेन से सफर करने में खर्च कम होता है और साथ ही समय की बचत भी हो जाती है। हमने आज के लेख में आपको बताया कि ट्रेन का आविष्कार किसने किया? (Train ka Avishkar kisne kiya) उम्मीद करते हैं आपको हमारा यह लेख पसंद आया होगा, आप अपने दोस्तों के बीच इस लेख को शेयर करें और हमें कमेंट में जरूर बताएं।

Leave a Reply